सरसों मंडी भाव और कितनी तेज होगी सरसों में | जाने आज की सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट में

किसान साथियों, मंडी भाव टुडे पर हम हमेशा सरसों के भाव की रिपोर्ट लाते रहते हैं। जैसा कि हमने पहले भी बताया था, इस समय सरसों के भाव को तेज करने वाला एक मुख्य कारण है सरसों की आवक का लगातार कम होना। इस साल सरसों की दैनिक आवक पिछले साल के मुकाबले डेढ़ लाख बोरी कम हो रही है, जो दर्शाता है कि सरसों का उत्पादन इस साल पूर्वानुमान से कम रह सकता है। इसी वजह से मई महीने से सरसों के भाव पिछले साल की तुलना में बढ़े हुए हैं। हालांकि, पिछले कुछ हफ्तों से सरसों की तेजी में थोड़ी रुकावट आई थी क्योंकि बाजार को चिंता थी कि अगस्त-सितंबर में आवक बढ़ जाएगी, लेकिन अगस्त में आवक न बढ़ने के कारण बाजार को यह विश्वास हो गया है कि सरसों का उत्पादन वास्तव में कम है। निवाई, टोंक, कोटा, सुमेरपुर, अलवर और भरतपुर जैसे प्रमुख सरसों उत्पादक क्षेत्रों में भी आवक 40-45 प्रतिशत कम हो गई है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें।

और कितनी तेज होगी सरसों | जाने आज की सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट में
और कितनी तेज होगी सरसों | जाने आज की सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट में

सरसों का उत्पादन अनुमान घटा
रबी तेल सेमिनार में सरसों के उत्पादन का अनुमान 121 लाख मीट्रिक टन था, लेकिन आवक के आंकड़ों को देखते हुए अब बाजार के जानकार इसे घटाकर 116 लाख मीट्रिक टन के आसपास मान रहे हैं। मंडियों में आवक धीरे-धीरे घटकर ढाई लाख बोरी प्रतिदिन रह गई है, जबकि पिछले सीजन में यह 10-11 लाख बोरी प्रतिदिन थी।

पाम तेल में तेजी की कितनी उम्मीद है
सरसों की कीमतों को तेज करने के लिए पाम तेल में तेजी आना महत्वपूर्ण है। अच्छी खबर यह है कि पाम तेल की कीमतों में तेजी की संभावना बन रही है क्योंकि इंडोनेशिया पाम निर्यात पर कठोर नियम लागू कर रहा है। मलेशिया में उत्पादन में कमी की संभावना है और ला नीना के कारण बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं, जिससे उत्पादन पर और असर पड़ सकता है। पाम तेल की मांग बढ़ने के कारण आपूर्ति में भी कमी आई है और इंडोनेशिया के कठोर नियमों के कारण निर्यात में भी कमी आ सकती है, जिससे वैश्विक बाजार में पाम तेल की मांग बढ़ सकती है। मलेशिया में उत्पादन में कमी की संभावना से पाम तेल की आपूर्ति और भी कम हो सकती है। आज बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज (BMD) पर पाम तेल का सितंबर वायदा अनुबंध 64 रिंगिट यानी 1.61% की तेजी के साथ 4024 रिंगिट प्रति टन पर कारोबार कर रहा है। चीन में भी पाम तेल की मांग बढ़ने लगी है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें।

ताजा मार्केट अपडेट
आज के बाजार की बात करें तो जयपुर में कंडीशन 42% सरसों के भाव 6225 प्रति कुंतल के आसपास हैं और इसमें कोई विशेष तेजी या मंदी नहीं देखी गई है। जयपुर में सरसों के भाव ने 6200 रुपये के स्तर को बनाए रखा है। चरखी दादरी मंडी में सरसों का भाव 6100 प्रति क्विंटल है। ग्वालियर में सरसों का रेट 5700, पोरसा में 5575 और मुरैना में 5600 रुपये प्रति क्विंटल तक है। मंडियों में आज 25 रुपये तक की तेजी देखी जा रही है। प्लांटों की बात करें तो गोयल कोटा प्लांट पर सरसों के भाव आज 6100 पर कारोबार कर रहे हैं। सरसों और प्लांट के भाव की अगली अपडेट हम अपनी रिपोर्ट में देंगे।

सरसों में और कितनी तेजी के आसार हैं
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पाम, पामोलिन, सीपीओ और सनफ्लॉवर तेल के भाव काफी ऊंचे हो गए हैं। सोयाबीन में भी धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। इसके कारण, पिछले 15 दिनों में सरसों का तेल 70 रुपये प्रति 10 किलो बढ़कर 1210/1220 रुपये प्रति 10 किलो हो गया है। जयपुर में 42% कंडीशन वाली सरसों के भाव मई में 5300/5325 रुपये प्रति क्विंटल थे, जो अब 6225/6250 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गए हैं। तेल भी 980 रुपये प्रति 10 किलो से बढ़कर थोक में 1220 रुपये हो गया है। हालांकि, एक साथ आई तेजी के बाद बीच-बीच में थोड़ी बहुत करेक्शन की संभावना है, लेकिन अब मंदी का कोई बड़ा संकेत नहीं दिखता। अगर जयपुर का भाव 6200 के ऊपर बने रहता है, तो सरसों में 6500 रुपये तक की वृद्धि देखी जा सकती है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें।

हेलों दोस्तों! मुझे पत्रकारिता के क्षेत्र में 4 साल काम करने का अनुभव प्राप्त है। प्रतिष्ठित न्यूज पॉर्टल में 3 साल सेवा दी जिसमें मैंने शिक्षा, क्राइम, पॉलिटिकल, बिजनेस, ऑटो, गैजेट्स और मनोरंजन बीट्स पर काम किया। अब नई पारी तेजी से उभरती वेबसाइट govtsschemes.com में सेवा दे रहे हैं। हमारा मकसद लोगों तक तथ्यों के साथ सही खबरें पहुंचाना है।

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